चुनार नारायनपुर ब्लाक के सफाई कर्मी बने हुए हैं बाबू ब्लॉक में कंप्यूटर चला रहे सफाईकर्मी, गांवों में फैली गंदगी
चुनार,मीरजापुर। स्वच्छता को लेकर भरकस प्रयास के साथ सभी विभागों को सक्रियता बरतने के कड़े निर्देश दिए जा रहे हैं लेकिन जिले की नारायनपुर ब्लाक में सफाई कर्मचारियों से कम्प्यूटर चलवाई जा रही है।अधिकारी चाहें जितने दावे करें कि सफाई कर्मचारी जिला, तहसील व ब्लाक मुख्यालयों में संबद्ध नहीं हैं, लेकिन बड़ी संख्या में सफाई कर्मचारी गांवों से नदारद हैं। जैसे कि प्रमोद सोनकर,अरूणोदय सिंह, राकेश धुरिया, प्रदीप पांडे, रवि कुमार प्रजापति आदि सफाई कर्मचारी हैं। गांवों की सफाई व्यवस्था धड़ाम पड़ी है।
पंचायती राज विभाग के अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है।अधिकारियों ने सफाईकर्मी रवि कुमार प्रजापति को नारायनपुर ब्लॉक पर कंप्यूटर ऑपरेटर की बड़ी जिम्मेदारी सौंप रखी है, जबकि सरकारी अभिलेखों में वह सफाईकर्मी राजस्व गांव बल्लीपुर में ड्यूटी पर तैनात दिखा रखा है। ऐसे में किसी गोपनीय दस्तावेज और सरकारी कामकाज में चूक होती है, तो किसकी जिम्मेदारी होगी।
रवि कुमार प्रजापति की नियुक्ति सरकारी अभिलेखों में सफाईकर्मी के पद पर है।दिलचस्प यह है कि ऐसे दर्जनों सफाई कर्मचारियों को बिना मूल काम को अंजाम दिए उन्हें बराबर वेतन भी निर्गत किया जा रहा है। सबसे बड़ा सवालिया निशान प्रधान और पंचायत अधिकारियों के ऊपर लग रहा है कि बिना गांव गए और साफ सफाई किये उन्हें वेतन कैसे और किस आधार पर दिया जा रहा है? मनबढ़ हो चुके साहब बने इन सफाई कर्मचारियों की गैरहाजिरी से सफाई का कार्य शून्य हैं। अब देखना है कि कब जिलाधिकारी की नजर इन सफाई कर्मचारियों की कारगुजारी की ओर जाती है और यह गांवों में जाकर स्वच्छ भारत मिशन योजना को अमली जामा पहनाते हैं। सफाईकर्मीयो के मूल तैनाती वाले गांवों में नालियां कूड़े और कचरे से बजबजाते हुए बीमारियों को दावत दे रही हैं और जगह-जगह गन्दगी का अम्बार लगा हुआ है।